जैन-जीवन-कोश
हम ने वर्षों पहले जैनविद्या विश्वकोष इनसाइक्लोपीडिया जैनिका के नाम से काम करना प्रारंभ किया था और उसमें लगभग दो लाख प्रविष्टि शीर्षकों की सूची भी विभिन्न आचार्यों के मूल ग्रंथों के आधार पर लगभग पाँच वर्ष तक लगभग 15--15 घंटे नियमित प्रतिदिन काम करके बनायी थी, उस समय टेक्नोलॉजी भी आज की तरह विकसित नहीं थी, अपने ढंग का अलग काम करने की दृष्टि से वह टेक्नोलॉजी भी विकसित की थी, कुछ प्रविष्टियों पर लेखन भी किया गया था, वह काम परमपूज्य आचार्य गुरुवर 108 श्री विद्यासागरजी महामुनिराज के अंतर्भाव के आशीर्वाद और आचार्य पंडित विद्या निवास मिश्र जी के साथ एनसायक्लोपीडिया ऑफ हिंदुइज्म पर काम करने के मेरे लंबे समय तक के अनुभव के बाद भी विभिन्न कारणों से उस समय अंतिम रूप नहीं ले सका था, आज विश्व-भर में जैन धर्मानुयायी फैले हुए हैं, वे तथा जैन विद्या में अनुराग रखने वाले और जैन जीवन पद्धति के बारे में आधिकारिक जानकारी चाहने वाले जैन-जीवन-कोश जैसे ग्रंथ की पहले से अधिक अपेक्षा कर रहे हैं, अंत: हम ने इस काम को फिर से आगे बढ़ाना प्रारंभ किया है, हमारा फिर से काम अधूरे का अधूरा न रह जाए, इस दृष्टि से इसे ऑनलाइन और प्रतिमाह अपडेट करने का निर्णय भी लिया है, जिस से किसी भी समय इसे देखा जा सके, इसके बारे में अपने सुझाव दिये जा सकें और इस योजना में सहयोग किया जा सके. इस योजना में काम करने के लिए हमें कुछ कर्मी पूर्णकालिक और अंशकालिक मानदेय पर व स्वैच्छिक भी रखने होंगे, जिस के लिए प्रभूत धन की आवश्यकता भी है, आप हमारी इस योजना के किसी भी कार्य जैसे-- प्रविष्टि लेखन-सम्पादन, चित्रांकन, फिल्मांकन, सामग्री-संग्रहण व शीर्षक सुझाव, प्रविष्टि-प्रायोजन आदि में हम से चर्चा कर सहयोग कर या एक-मुश्त या नियमित कुछ धनराशि देकर हमारा सहयोग कर सकते हैं